दिल के चंद एहसास
गुल से गुलशन, गुलजार हो गया
भवंरों को फूलों से, प्यार हो गया।।
सनम तेरी हर अदा में शोख हरकत है
पर मुझे तेरी मुस्कराहट से प्यार हो गया।।
----विचार एवं शब्द-सृजन----
----By---
----Shashank मणि Yadava’सनम’----
---स्वलिखित एवं मौलिक रचना---
Sachin dev
15-Dec-2022 05:48 PM
बहुत सुन्दर प्रस्तुति
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